एक दिन एक मनुष्य प्रभु यीशु के पास आया और उसने उनसे पूछा – परमेश्वर की सबसे महत्वपूर्ण आज्ञा कौन सी है ?
प्रभु यीशु ने उत्तर दिया:
तू अपने परमेश्वर को, अपने पूरे मन से, अपनी आत्मा से, और पूर्ण ताकत से प्यार कर |
मैंने सोचा परमेश्वर को इस तरह कैसे प्यार करूं | तब पवित्र आत्मा की रोशनी मेरे ह्रदय में आई और मुझे समझ में आ गया |
परमेश्वर चाहते है कि, मैं संपूर्ण मन से उसे प्यार करूं |
वे मुझसे पूर्ण आराधना चाहते हैं, अत:
जीवन में पहला स्थान उसे दें |
मैं सोचता हुं परमेश्वर ने हमारे लिए क्या किया है |
जब हम अपनी माता की कोख में थे उसने हमें जीवन दिया है |
उसने हमारे लिए आशीष दी ताकि हम जीवन भर प्रसन्न रह सकें |
परमेश्वर ने हमें पाप के रास्ते से बचाने अपना इकलौता पुत्र दे दिया |
परमेश्वर ने अपनी पवित्र आत्मा दी ताकि हम सही रास्ते पर चल सकें |
परमेश्वर ने वादा किया है की हर मुसीबत और परेशानी में वह हमारे साथ रहेगा |
परमेश्वर ने स्वर्ग में हमारे लिए घर बनाया ताकि हम हमेशा उसके साथ रह सकें |
जिस परमेश्वर ने मुझे इतने आशीर्वाद दिए मैं क्यों न उसे प्यार करूं |
मैं सोचता हुं परमेश्वर को अपना प्यार कैसे दिखाऊं | पवित्र आत्मा ने इसके बारे में मुझे दिखाया |
मैं पाप से नफ़रत करूं जैसे परमेश्वर करता है और ऐसा करके मैं अपना प्यार दिखा सकता हूं |
परमेश्वर की नज़र में पाप क्या होता है हम अगले पाठ में देखेंगे |
प्रार्थना: स्वर्गीय पिता मुझे ताकत दीजिये, कि मैं आपको पूरे मन से प्यार कर सकूँ |