परमेश्वर ने जो पहला आदमी और औरत को रचा, उनका नाम आदम और हव्वा था| उनकी कहानी बाइबिल की पहली पुस्तक उत्पत्ति में है|परमेश्वर उनके साथ हर रोज चलते थे और बात चीत करते थे |क्या आप कल्पना कर सकते है की सर्वशक्तिमान परमेश्वर सारे आकाश और पृथ्वी के निर्माता उनके साथ समय बिताना चाहते थे| फिर आदम और हव्वा ने पाप किया | उन्हों ने परमेश्वर की बात नहीं मानी | वे जानते थे की उन्हों ने परमेश्वर की दृष्टि में गलत किया है | जब परमेश्वर उनसे मिलने आया वे दूर भाग गए और परमेश्वर से छिप गए | उस पाप के कारण परमेश्वर के साथ उनका सुनहरा रिश्ता टूट गया, परमेश्वर के साथ उनकी निकटता खत्म हो गयी | परमेश्वर ने अपनी उपस्थिति से उन्हें दूर कर दिया |इस प्रकार पाप ने दुनिया में प्रवेश किया |
अब हर मनुष्य पापी स्वभाव के साथ पैदा होता है | क्योंकि हमारे पहले माता- पिता ने पाप किया, हम परमेश्वर के खिलाफ हमेशा गलत कार्य करते हैं और यह पाप हमें हमारे पवित्र परमेश्वर से अलग करते है | लेकिन परमेश्वर हमसे प्यार करते है | उन्होंने हमें प्यार करना बंद नहीं किया,क्योंकि वे हमारे पापों से घृणा करते हैं, हम से नहीं | वे जानते थे की हमारे पापों को दूर करने के लिए हम स्वयं कुछ नहीं कर सकते है |पाप और उसका परिणाम बहुत भयंकर है, जैसे हम आज कल दुनिया में देखते हैं | परमेश्वर अति पवित्र है और हम अपने पापों के साथ उन तक पहुँच नहीं सकते । परमेश्वर कहते है कि: “सब ने पाप किया है और परमेश्वर की महिमा से रहित है |” रोमियों 3:23
प्रार्थना : हे परमेश्वर, मैं अपने समस्त पापों के लिए पश्चाताप करता हूँ, मुझे क्षमा कीजिये | मैं आपके नज़दीक रहना चाहता हूँ |